Friday, March 8, 2019

लोगों के सवाल और मैं

तुम्हारा नाम क्या है? - नलिनी
अरे पूरा नाम बताओ - कुमारी नलिनी
मेरा मतलब कि तुम्हारा टाइटल क्या है - कोई टाइटल नहीं है
अरे ऐसा कैसे हो सकता है,,,
अच्छा तुम्हारा घर कहां है? - फलाने गांव/शहर
अरे तुम वहां की हो? क्या नाम है पापा का? - - क्यूँ?
बस ऐसे ही पूछ रहे हैं, शायद जानते हों उनको - अगर जानते होंगे तो क्या करेंगे और न जानते होंगे तो क्या करेंगे??
अरे नहीं नहीं आप गलत समझ रही हैं हेहे, मैं तो बस.. बस ऐसे ही पूछा



कुछ ऐसे ही सवाल मुझसे अक्सर पूछे जाते हैं, अपने शहर से आने वाली ट्रेन में, सिटी बस में या गांव जाने वाले अॉटो रिक्शा में
जॉब इन्टरव्यू हो या अपने टीचर हर किसी की जिज्ञासा होती है कि "पापा क्या करते हैं",,,, आखिर ये जानना क्या चाहते हैं? ये कि मेरे पास कितने पैसे हैं? मैं गरीब, अमीर या मिडिल क्लास हूँ? जान के करेंगे क्या?

लम्बी दूरी के सफर में सहयात्री पूछते हैं कि
 """अकेले जा रही हो तुम्हारा कोई भाई नहीं है क्या?
       - है भाई
अच्छा छोटा है? - नहीं बड़ा है
बाहर रहता है क्या? - नहीं घर पे ही रहता है
फिर रात का सफर और अकेले क्यूँ? - क्योंकि मुझे अच्छा लगता है""" 
अब उसकी नजरें अजीब तरीके से मुझे देखती और जज करती हैं,
मुझे नहीं पता कि मुझे जज करने का हक उसे किसने दिया? सरकार ने, संविधान ने या मेरे पेरेंट्स ने?

शाम के सात या आठ बजे अगर पैदल चलकर घर आऊं तो मोहल्ले के अंकल और आंटी लोग फिक्रमंद हो जाते हैं, अरे बिटिया अभी को अकेले पैदल क्यों जा रही हो? - क्योंकि मुझे घर जाना है
आधे घंटे पहले भैया भी तो गये हैं, बोल दी होती वेट करने को और साथ में चली जाती - भैया क्यों वेट करेंगे, मैं खुद चली जाऊंगी
फिर मन में बुदबुदाते हुए कि "पता नहीं कैसा भाई है इसका, बहन की थोड़ी भी फिक्र नहीं है"
मैं और मेरी फैमिली एक दूसरे से प्यार करते हैं ये मुझे दूसरों को दिखाने की क्या जरूरत है? मेरी सुरक्षा की पहली जिम्मेदारी मेरी है, फैमिली की बाद में
लड़की को सुरक्षित माहौल देने में सहयोग की जिम्मेदारी पूरे समाज की है, हमारी है आपकी है।
इस मृत्युलोक में हर व्यक्ति के पास कुछ न कुछ समस्याएं हैं, कोई भी पूर्णतः सुखी नहीं है परन्तु फिर भी लोग अपने दुख का निदान न करके दूसरे के जीवन में टांग अड़ाते हैं
रात में अकेले चलना या ट्रेन में अकेले यात्रा करना कैरेक्टर लेस होने का प्रमाण नहीं होता, आपको कोई हक नहीं है किसी को जज करने का।

आत्मनिर्भर भारत

जब से मोदी जी ने आत्मनिर्भर भारत की बात कही है, मैं बहुत खुश हूं और लगता है कि जीवन में अब कोई समस्या ही नहीं रही। लेकिन एक दिन में मिली एक ...