Thursday, August 8, 2019

कुछ लोग अच्छे भी होते हैं

कभी कभी मिल जाते हैं कुछ अच्छे लोग
बस या ट्रेन में लम्बा सफर करते हुए या अॉटो में या
या बन जाते हैं पैदल चलने वाले हमराही, अगर हम दोनों में से कोई नया हो अमूक शहर में
जाने अनजाने शेयर हो जाती हैं कुछ ऐसी भी बातें जो अमूमन किसी से न बताने का निश्चय किया था
होती हैं पढ़ाई लिखाई करियर फ्यूचर की ढेरों बातें और नहीं पूछते कोई पर्सनल सवाल
ना पापा की सैलरी और ना ही ब्वॉयफ्रेंड या शादी के बारे में कुछ
ऐसे भी होते हैं कुछ लोग जो नहीं मांगते मोबाइल नंबर और ना ही कनेक्ट होना चाहते सोशल मीडिया पर
उन्हें नहीं मतलब होता किसी चीज से, शेयर होते हैं जीवन के कुछ अच्छे बुरे अनुभव और चले जाते हैं अपनी मंजिल को
फिर कभी नहीं मिलते वो दोबारा और ना ही कोई कॉन्टेक्ट होता है जीवन भर
लेकिन छोड़ जाते हैं दिलो-दिमाग पर अपनी छाप, जो कभी नहीं मिटती
वक़्त बीतने के साथ भूल जाता है चेहरा लेकिन नहीं भूलता वह व्यक्तित्व जिसे याद करते हुए लगता है कि काश!
पचास फीसदी भी लोगों की हो जाती ऐसी मानसिकता तो किसी बेटी को डर नहीं लगता हमारे समाज में, न हिचकती कोई बेटी किसी अनजान से बात करने में।

4 comments:

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  2. सही बात है वो अपनी शादगी भरे विचारों से दिलो -दिमाग पर सदा के लिए छाप छोड जाते है,यही तो जिंदगी का सफर है☺️!

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  3. ऐसे लोगो से आप आज के जमाने में कानेक्ट न हो
    तो मन को अच्छा नहीं लगता है।

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